Desire to Change the World: One Boy’s Journey | Motivational Story | Wealthi.online

एक लड़का था, जो दुनिया बदलना चाहता था। वह जानता था कि दुनिया में कुछ बड़ा बदलाव लाने के लिए उसे कुछ खास करना होगा, लेकिन वह यह समझ नहीं पा रहा था कि शुरुआत कहां से करे। उसे यह नहीं समझ आ रहा था कि वह कहां से शुरू करे, क्या कदम उठाए, ताकि दुनिया बदल सके। उसके अंदर एक गहरी बेचैनी थी, और दुनिया को बदलने की इच्छा उसे घेर चुकी थी।

वह अक्सर लोगों से कहता था, “मुझे दुनिया बदलनी है!” लोग उसका मजाक उड़ाते थे और कहते, “तू पागल है क्या? पहले अपनी पेट भर ले, अपनी शक्ल देख ले, फिर दुनिया बदलने की बात करना।” लड़के को यह बातें सुनकर बहुत गुस्सा आता था। वह सोचता, “मैं अपने मन की बात कर रहा हूं, मेरा एक सपना है, तो लोग इसका मजाक क्यों बना रहे हैं?” लेकिन वह फिर भी चुप रहकर अपना रास्ता तय करता गया।

रास्ता बहुत लंबा था, और लड़का थक-थक कर चलते-चलते एक नदी के किनारे बैठ गया। वहां उसने देखा कि कुछ पत्थर पड़े हुए थे। उसने एक पत्थर उठाया और उसे नदी में फेंक दिया। पत्थर गिरने से पानी में हलचल हुई और बुलबुले उठने लगे। लड़के ने इन बुलबुलों को ध्यान से देखा और महसूस किया कि जैसे उस पत्थर ने पानी में हलचल मचाई थी, वैसे ही उसके मन में भी हलचल हो रही थी। उसे लगा कि यह पानी भी बदलना चाहता है, ठीक वैसे ही जैसे वह चाहता था कि दुनिया बदले।

लेकिन जैसे ही वह नदी में कूद पड़ा, वह डूबने लगा, क्योंकि पानी बहुत गहरा था। वह घबराया और किसी तरह बाहर निकल आया। चुपचाप नदी के किनारे बैठते हुए उसने गहरी सांस ली और महसूस किया कि जितना गहरा पानी होता है, उतना ही उसके ऊपर ठहराव होता है। यही ठहराव ही वह स्थिति थी, जिसमें वह था। उसकी समझ में आया कि जैसे पानी में हलचल लाने के लिए उसे एक कंकड़ फेंकना पड़ा था, वैसे ही उसे भी खुद को बदलना होगा। उसे अपनी बुरी आदतों को छोड़कर बदलाव की शुरुआत अपने अंदर से करनी होगी।

असल में, यह तालाब और नदी कोई और नहीं, बल्कि उसके अंदर का मन था। मन में भी उतनी ही गहराई थी, लेकिन उसकी दिक्कत यह थी कि वह उस गहराई तक कभी पहुंच नहीं पाता था। हम सब बाहरी दुनिया में खोए रहते हैं, और यही कारण है कि हम खुद को बदलने का सही तरीका नहीं समझ पाते।

लड़के को अब यह एहसास हुआ कि अगर जिंदगी में किसी बड़े लक्ष्य को हासिल करना है, तो वह हमेशा खुद से सवाल पूछता, “क्या मैं उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पूरी मेहनत कर रहा हूं?” और यह समझता कि कभी भी हार मानने का कोई मतलब नहीं है। जब आप किसी बड़े लक्ष्य के लिए मेहनत करते हैं, तो आपको न चाहते हुए भी पॉजिटिव सोचना पड़ता है। क्योंकि जब आपके पास कोई और रास्ता नहीं होता, तो आपको मजबूरन अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है।

यही जीवन का सच है — किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपको खुद को हमेशा तैयार रखना होगा। आपको कभी भी हार मानने का विचार अपने मन में नहीं लाना होगा। जब आप हार मानते हैं, तो आपका हौसला टूट जाता है, और फिर कोई काम नहीं हो पाता। इसलिए, अगर आपको किसी काम को पूरा करना है, तो उसे किसी भी कीमत पर पूरा करना होगा। कोई भी समस्या या रुकावट आपके रास्ते में नहीं आनी चाहिए।

लड़के ने यह समझ लिया कि मेहनत करना और अपने लक्ष्यों को पूरा करना किसी भी कीमत पर जरूरी है। उसे यह भी एहसास हुआ कि काम को टालने से कोई भी समस्या हल नहीं होती, बल्कि वह बढ़ती ही जाती है। इसलिए उसने यह तय किया कि वह किसी भी स्थिति में काम को आज और अभी खत्म करेगा।

आखिरकार, लड़के ने यह समझ लिया कि जब आप दुनिया बदलने की बात करते हो, तो सबसे पहले आपको खुद को बदलना होगा। और यही असली शुरुआत होती है।

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